आज के इस पोस्ट में आप सभी के लिए देवी पचरा गीत– विंध्याचल पहाड़िया से निकली मोरी मैया लाय है शेरावाली मां का एक देवी पचरा गीत विद लिरिक्स के साथ है आपको बता दें कि हमने अपने पिछले पोस्ट में आप सभी को चटपट माता का गीत विद लिरिक्स दिया था और साथ ही साथ अवसान माता का गीत विद लिरिक्स दिया था
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देवी पचरा गीत- विंध्याचल पहाड़िया से |
नमस्कार सखियों में तारा तिवारी आप सभी का स्वागत करती हूं
यह जो गीत है सखियों बहुत ही सुंदर भाव का है तो इसको ध्यान से सुनिए गा
इस गीत में यह वर्णन किया गया है कि विंध्याचल वाली जो मां हैं वह आज पहाड़ से उतर कर अपने भक्तों के घर उनको दर्शन देने के लिए जा रही हैं तो इस भजन में देखे कई सारी पंक्तियां हैं किसी पंक्ति में माता रानी कहारिन का रूप धर रही हैं तो किसी में मालिन का रूप धर रही हैं तो किसी में भिखारिन का रूप धर रही हैं तो किसी में बुढ़िया का रूप धर रही हैं और अंत पंक्ति में वह अपने भक्तों को आशीर्वाद दे रही हैं
इस गीत को हमने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड कर दिया था पर वहां पर हम आपको लिरिक्स नहीं दे पाए थे और आप लोगों के बहुत सारे कमेंट आए थे तो चलिए अब फाइनली वीडियो के साथ साथ लिरिक्स भी आपके लिए आ गई है
तो चलिए मित्रों आप नीचे लिरिक्स को देखिए
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देवी पचरा गीत with Lyrics–
विंध्याचल पहाड़िया से उतरी मोरी मैया वो तो देखने लगी ना अपने भक्तन के नगरिया मैया
मोरी देखने लगी ना…2
1) भोर जुन वा धरती मैया मालिनी के रुपवा वह तो दई लागी ना केहू ले ला फूलवा और माला
मैया देई लागी ना …2
विंध्याचल पहाड़िया से उतरी मोरी मैया वो तो देखने लगी ना अपने भक्तन के नगरिया मैया
मोरी देखने लगी ना
2) दोपहर जुनिया धरेली मैया महरिनी के रूपवा वह तो देई लागी ना केहू ले ला कलशा के
पनिया वह तो देई लागी ना..2
विंध्याचल पहाड़िया से उतरी मोरी मैया वो तो देखने लगी ना अपने भक्तन के नगरिया मैया
मोरी देखने लगी ना
3) सांझे जुनिया धर ली मैया बुढ़िया कै रुपवा ओ तो माँगए लागी ना केहू दे दा रोटिया एक
टूका वह तो माँगे लागी ना …2
विंध्याचल पहाड़िया से उतरी मोरी मैया वो तो देखने लगी ना अपने भक्तन के नगरिया मैया
मोरी देखने लगी ना
4) अपनी महालिया से निकली एक रनिया
वह तो देइ लागी नामैया के फल फूल से वो अचरा भरे लागी ना…2
विंध्याचल पहाड़िया से उतरी मोरी मैया वो तो
देखने लगी ना अपने भक्तन के नगरिया मैया मोरी देखने लगी ना
5) जुग जुग जियय बेटी तोर अहिवात बेटी जुग-जुग ना
तोरला लेना जुड़े हैं बेटी जुग-जुग ना…2
विंध्याचल पहाड़िया से उतरी मोरी मैया हो तो देखने लगी ना अपने भक्तन के नगरिया मैया
मोरी देखने लगी ना…2